कौन थे बाबा नीब करोरी (Baba Neeb Karori), जानें उनकी शिक्षाओं के बारे में

बाबा नीब करोरी (Baba Nib Karori या Baba Neeb Karori ), जिन्हें नीम करोरी बाबा या महाराज जी के नाम से भी जाना जाता है, उनका वास्तविक नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा (Lakshmi Narayan Sharma) था। शुरुआती दिनों में लोग उन्हें लक्ष्मण दास शर्मा, लक्ष्मण दास, तलैया बाबा आदि नामों से भी जानते थे | हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया राबर्ट्स, एप्पल के फाउंडर स्टीव जाब्स और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग जैसी हस्तियां बाबा के भक्त हैं |

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

कौन थे बाबा नीब करोरी (Baba Neeb Karori), जानें उनकी शिक्षाओं के बारे में
कौन थे बाबा नीब करोरी (Baba Neeb Karori), जानें उनकी शिक्षाओं के बारे में

बाबा नीब करोरी (Baba Nib Karori या Baba Neeb Karori ), जिन्हें नीम करोरी बाबा या महाराज जी के नाम से भी जाना जाता है, 20वीं सदी के एक महान भारतीय संत थे। उनका वास्तविक नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा (Lakshmi Narayan Sharma) था। शुरुआती दिनों में लोग उन्हें लक्ष्मण दास शर्मा, लक्ष्मण दास, तलैया बाबा आदि नामों से भी जानते थे | बाबा नीब करोरी का जन्म एक समृद्ध ब्राह्मण परिवार में उत्तर प्रदेश के फ़िरोज़ाबाद के अकबरपुर गांव में हुआ था। उन्हें हिंदू धर्म में उच्च सम्मान प्राप्त है और वे अपने भक्तों के बीच असीम श्रद्धा और भक्ति के प्रतीक माने जाते हैं। कुछ लोगों का मानना है की बाबा नीब करोरी हनुमान जी के अवतार थे | आइये जानते हैं उनके प्रारंभिक जीवन के बारे में और कैसे वे एक महान संत बने इस article के माध्यम से |

बाबा का आरंभिक जीवन

ऐसा अनुमान है की Baba Neeb Karori का जन्म 1900 के आसपास हुआ था। जब उनकी age केवल 11 वर्ष की थी तब उन्होंने अपने माता-पिता की इच्छा के अनुसार विवाह किया, लेकिन जल्द ही उन्होंने अपना घर छोड़ दिया और एक साधु बन गए| वह अपने पिता के अनुरोध पर एक व्यवस्थित विवाहित जीवन जीने के लिए फिर से घर लौट आए और उनकी एक बेटी और दो बेटे थे | उन्होंने अपने जीवन के प्रारंभिक समय में ही अध्यात्म की ओर रुझान दिखाया और वे साधु बनने के लिए फिर से घर छोड़कर चले गए। अपने साधु जीवन के दौरान, उन्होंने कई स्थानों पर तपस्या की और अपने शिष्यों को अध्यात्मिक मार्गदर्शन दिया।

देश भर में बाबा के आश्रम 

वैसे तो बाबा के कई आश्रम देश और विदेश में हैं लेकिन Baba Neeb Karori के प्रमुख आश्रमों में उत्तराखंड के कैंची धाम (Kainchi Dham) और उत्तर प्रदेश के वृन्दावन (Vrindavan) का प्रमुख स्थान है | बाबा ने भारत के विभिन्न हिस्सों में कई आश्रम स्थापित किए, जिनमें उत्तराखंड के कैंची धाम और वृंदावन के आश्रम प्रमुख रूप से भक्तजनों के बीच में प्रसिद्ध हैं। इन आश्रमों में आज भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है और यहां हर साल लाखों लोग दर्शन करने आते हैं। कई लोगों का ऐसा मानना है की बाबा आज भी जीवित हैं और लोगों की समस्याओं का समाधान करते हैं | वृन्दावन में स्थित आश्रम में ही बाबा का समाधी स्थल है |

इनके अलावा भूमियाधार, काकरीघाट, कुमाऊं की पहाड़ियों में हनुमानगढ़ी, ऋषिकेश, लखनऊ, शिमला, फर्रुखाबाद में खिमासेपुर के पास नीम करोली गांव और दिल्ली में भी बाबा महाराज जी के आश्रम हैं| विदेशों में उनके आश्रम ताओस, न्यू मैक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका में भी स्थित है।

नीब करोरी बाबा के चमत्कार और आशीर्वाद

बाबा नीब करोरी को उनके चमत्कारों के लिए भी जाना जाता है। उनके जीवन में अनेक ऐसी घटनाएं घटीं जिन्हें उनके भक्त चमत्कार मानते हैं। उनके आशीर्वाद से कई लोगों की समस्याएं हल हो गईं और वे अपने भक्तों की हर संभव मदद करते थे। उनके आश्रम उत्तराखंड के कैंची धाम (Kainchi Dham) में लोगों की अपार भीड़ लगी होती थी और बाबा सभी की समस्याओं का समाधान करते थे | देश विदेश की सभी बड़ी हस्तियां और आम जान मानस बाबा महाराज जी के भक्त हैं , इन भक्तों में हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया राबर्ट्स, एप्पल के फाउंडर स्टीव जाब्स और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग जैसी हस्तियां भी बाबा के भक्त हैं |

NibKarori रेलवे स्टेशन में रेलगाड़ी का चमत्कार

एक बार Baba Neeb Karori एक रेलगाड़ी में यात्रा कर रहे थे। जब टिकट निरीक्षक (TC) ने उनसे टिकट माँगा, तो बाबा के पास टिकट नहीं था। टिकट निरीक्षक ने बाबा को ट्रेन से उतार दिया। जैसे ही बाबा ट्रेन से उतरे, ट्रेन की इंजन ने काम करना बंद कर दिया। ट्रेन के चालक और यात्रियों ने बहुत कोशिश की लेकिन ट्रेन नहीं चली। जब तक बाबा को वापस ट्रेन में नहीं बैठाया गया, तब तक ट्रेन नहीं चली। इस घटना को सभी ने बाबा का चमत्कार माना।

कैंची धाम (Kainchi Dham) का निर्माण

कैंची धाम Baba Neeb Karori का सबसे प्रसिद्ध आश्रम है। इस आश्रम के निर्माण के समय बाबा ने एक विशेष दिन और समय चुना। जब निर्माण कार्य शुरू हुआ तो वहाँ उपस्थित सभी लोग चमत्कृत रह गए, क्योंकि निर्माण कार्य इतनी तेजी से पूरा हुआ जो सामान्यतः असंभव लगता। इस घटना को उनके भक्त एक चमत्कार मानते हैं। 15 जून को कैंची धाम के स्थापना दिवस पर मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें हजारों लाखों देशी विदेशी श्रद्धालु बाबा के दर्शन को मंदिर में आते हैं |

बाबा का सन्देश

Baba Neeb Karori ने अपने जीवन में समर्पण, सेवा और भक्ति का संदेश दिया। उनकी शिक्षाओं और उपदेशों का अनुसरण आज भी लाखों लोग करते हैं। उनके शिष्यों में प्रसिद्ध अमेरिकी आध्यात्मिक गुरु राम दास (पूर्व में रिचर्ड अलपर्ट) भी शामिल थे, जिन्होंने बाबा की शिक्षाओं को पश्चिमी दुनिया में फैलाया।

बाबा नीब करोरी का जीवन एक प्रेरणा है और उनके उपदेश आज भी लोगों को अध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उनके आशीर्वाद से आज भी अनेक लोग अपने जीवन में शांति और सुख का अनुभव करते हैं।


Discover more from Newskart

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.

Discover more from Newskart

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading